कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष मे तुलसी विवाह के दिन आने वाली इस एकादशी को प्रमुख रूप से देवउठनी एकादशी या प्रबोधिनी एकादशी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार प्रबोधिनी एकादशी के दिन देवतागण अपनी निद्रा से जागते हैं । देवताओं का दिन 6 महीने का और इतनी ही बड़ी रात्रि होती है। अर्थात वे 6 महीने जागते हैं और 6 महीने शयन करते हैं। शास्त्रों के अनुसार आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की हरिशयनी एकादशी को भगवान विष्णु शयन प्रारंभ करते है और प्रबोधिनी एकादशी को अपनी शेष शय्या से योगनिद्रा से जाग जाते हैं। इसी दिन से सनातन…
Author: श्री सागर सिंह बिष्ट
हिमालयी राज्य उत्तराखण्ड को देवभूमि की संज्ञा प्राप्त है, ये भूमि सनातन हिन्दू धर्म संस्कृति का उद्गम स्थल है। देवभूमि उत्तराखंड का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है, यहां से ही परम पावनी गंगा जी, यमुना जी और सरस्वती जी का प्रादुर्भाव हुआ। यह हिमालयी क्षेत्र अनेकानेक ऋषि मुनियों की तपस्थली है, यहां से ही वेद इत्यादि सत-शास्त्रों का प्राकट्य हुआ। केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री आदि अनेकानेक तीर्थ स्थल यहां स्थित है। यहां साक्षात देवी-देवता निवास करते है, वरण इस क्षेत्र को देवभूमि के रुप में प्रतिष्ठित किया गया है। देश-विदेश में बसे सभी हिंदुओं का यह आस्था का केंद्र है।…
उत्तराखंड में तेजी से बढ़ती अवैध मुस्लिम जनसंख्या एक चिंता का विषय है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ से इस विषय पर वक्तव्य आया है, उन्होंने कहा कि वे जल्द ही राज्य में वेरिफिकेशन अभियान शुरू करवाएंगे। जिससे संदिग्ध घुसपैठियों को चिन्हित कर राज्य से बाहर कर सकें । हिन्दू तीर्थस्थलों में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के प्रश्न पर सीएम धामी ने कहा, ‘हम देवभूमि की आध्यात्मिक संस्कृति के संरक्षण के लिए वचनबद्ध हैं। हम अपनी संस्कृति को बचाने के लिए अभियान चलाएंगे। हम फिर कह रहे हैं कि जिन लोगों के सत्यापन नहीं हैं…
नई दिल्ली (इंविसंकें) श्रीजयकृष्णी प्रतिनिधि सभा पंजाब एवं फ़्रंटियर की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शताब्दी महोत्सव मनाया गया। इस अवसर पर करोलबाग़ नई दिल्ली में श्री साँवली मूर्ति मंदिर का शिलान्यास राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी एवं महानुभाव (जय कृष्णी) पंथ के पूजनीय महंतों एवं संतों की गरिमामय उपस्थिति में संपन्न हुआ। समारोह में सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि हिन्दू समाज को संगठित करना है तो समता अनिवार्य बात है। सामाजिक समता और हिन्दू संगठन यह दो समानार्थी शब्द हैं। ऐसा हमारे पूज्य तृतीय सरसंघचालक बाला साहब देवरस…
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के देशभर के चयनित प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक मंगलवार दिनांक 5 से 11 अप्रैल, 2022 तक उत्तराखंड के हरिद्वार में आयोजित हो रही है। यह बैठक पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत व माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी की उपस्थिति में संपन्न होगी। बैठक में सभी सह सरकार्यवाह तथा संघ के शारीरिक, बौद्धिक, व्यवस्था, प्रचार, सेवा एवं सम्पर्क कार्य विभागों के प्रमुखों सहित कुल 75 कार्यकर्ता आमंत्रित किए गए हैं। इस वर्ष संघ के 105 स्थानों पर हो रहे संघ शिक्षा वर्ग सहित देश भर में अन्य प्रशिक्षण वर्ग भी आयोजित होने वाले हैं। इन प्रतिवर्ष होने…