असम पुलिस ने पश्चिम उत्तर प्रदेश से गौमांस की असम, बांग्लादेश से लेकर बर्मा तक तस्करी करने वाले तस्कर अकबर और सलमान को एक मुठभेड़ में मार गिराया है। दोनों ही पुलिस रिमांड पर थे और इन्हें पेशी के लिए उत्तर प्रदेश से असम पुलिस ले गई थी, जहां से चकमा देकर फरार हो गए थे। दोनों आरोपियों पर असम में दो दर्जन से अधिक अपराधिक मुकदमे दर्ज थे, म्यांमार में भी एक मामला दर्ज था।
एक सप्ताह पहले ही मेरठ पुलिस ने अकबर और सलमान बंजारा को गिरफ्तार किया था। असम पुलिस ने इन पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। असम पुलिस ने मेरठ आकर दो लाख रुपये के इनाम को एसएसपी मेरठ प्रभाकर चौधरी को सौंप दिया था। असम पुलिस कोर्ट में पेशी के लिए आरोपियों को सात दिन के रिमांड पर अपने साथ ले गई थी, जहां ये दोनों चकमा देकर फरार हो गए। पुलिस ने आरोपियों की तलाश के दौरान मुठभेड़ में इन दोनों को मार गिराया। मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। आरोपियों के पास से पुलिस ने एके 47 और कारतूस बरामद किए हैं।
रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों भाई और अन्य सदस्य असम पुलिस से छिप कर मेरठ में रह रहे थे। मेरठ, बिजनौर और अन्य जिलों में इनकी करीब 300 करोड़ की संपत्ति है। बिजनौर में हाल ही में 23 करोड़ की जमीन का सौदा किया था।
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने इन पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की फाइल तैयार की थी। दोनों ने फलावदा क्षेत्र में अपने गैंग को सक्रिय किया हुआ था। यह गैंग पिछले 15 साल से गौमांस की तस्करी में लिप्त था। असम के रास्ते बांग्लादेश, म्यांमार में गौमांस की तस्करी करते थे। स्वर्ण तस्करी में भी इनके नाम पुलिस में दर्ज हुए थे। मेरठ पुलिस बंजारा भाईयों के खात्मे के बाद अब इनके परिवार और गैंग के अन्य सदस्यों की छानबीन करने में जुटी है।
कहा जा रहा है कि यह गिरोह करीब चालीस सदस्यों का है और इस समय भूमिगत है। एसपी देहात केशव कुमार और उनकी टीम गैंग की मूवमेंट पर नजर रखे हुए है।
बागपत में 5 गौ तस्करों को जेल भेजा
पुलिस ने मंगलवार की देर रात्रि एक ट्रक को रोक कर उसमें से 60 गौवंशों को मुक्त करवा कर किसानों को सौंप दिया। ये पशु ट्रक में हरियाणा से दिल्ली ले जाए जा रहे थे, जिन्हें खेकड़ा पुलिस थाना क्षेत्र में हाई-वे पर रोका गया। पुलिस ने ट्रक को सीज कर दिया और उसमें सवार 5 लोगों को पशु क्रूरता अधिनियम के तहत चालान कर जेल भेज दिया है।