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नई दिल्ली (इंविसंकें) श्रीजयकृष्णी प्रतिनिधि सभा पंजाब एवं फ़्रंटियर की स्थापना के 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर शताब्दी…

एक दिन पहले से ही हम बुराँश, फ्योंली, रातरानी, गेंदा, चमेली, मेहंदी, के फूल लाकर उन्हें टोकरी में सजा देते थे। टोकरी में थोड़ा चावल, 1 रुपया और किस्म-किस्म के फूल होते थे।