पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए की जा रही स्पष्ट बहुमत की भविष्यवाणी के एग्जिट पोल के साथ, शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि जनमत सर्वेक्षणों यानी एग्जिट पोल पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए।
प्रदेश के मुख्यमंत्री और कॉन्ग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी ने लोगों से 10 मार्च तक इंतजार करने का आग्रह किया है। बता दें कि 10 मार्च को विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएँगे।
बादल ने कहा, “मुझे लगता है कि कोई भी पंजाब के एग्जिट पोल पर विश्वास नहीं करता है। भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) इस बात की निगरानी करता है कि मतदाता प्रभावित न हों, जबकि कुछ सरकारें जनता के पैसे का उपयोग करके जनमत सर्वेक्षण करवाती हैं।”
सुखबीर सिंह बादल ने अमृतसर में पत्रकारों से बात करते हुए आम आदमी पार्टी पर ऐसा करने का आरोप भी लगाया। बादल का यह बयान सोमवार को हुए एग्जिट पोल के बाद आया है जिसमें पंजाब में अरविंद केजरीवाल की पार्टी की जीत की भविष्यवाणी की गई है।
सर्वेक्षणों में यह भी भविष्यवाणी की गई थी कि पंजाब में सत्तारूढ़ कॉन्ग्रेस राज्य में दूसरे स्थान पर रहेगी और उसके बाद शिरोमणि अकाली दल का स्थान होगा, जिसने बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन किया था। भाजपा और उसके सहयोगियों के अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद नहीं है।
शिरोमणि अकाली दल ने हालाँकि चुनाव नतीजे आने के बाद गठबंधन को लेकर विकल्प खुला रखा है. अकाली दल के नेता एक बार फिर से बीजेपी के साथ गठबंधन करने के संकेत दे रहे हैं।
कॉन्ग्रेस नेता हरीश रावत ने भी कहा कि एग्जिट पोल वास्तविकता से बहुत दूर हैं और AAP की जमीनी हकीकत कुछ और ही है। गौरतलब है कि उत्तराखंड में भी एग्जिट पोल ने भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिलने की उम्मीद जताई है।
हरीश रावत इस बार लालकुँआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। हालाँकि, उनके हारने के साथ ही मुख्यमंत्री बनने की उनकी उम्मीदों पर भी इस बार फिर पूर्णविराम लग सकता है।