महाराष्ट्र में मैसूर के क्रूर शासक टीपू सुल्तान पर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का नाम रखे जाने को लेकर हिन्दू संगठन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मुंबई पुलिस ने ‘बजरंग दल’ के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
हिन्दू संगठनों का कहना है कि महाराष्ट्र में कई बड़ी हस्तियाँ हुई हैं, ऐसे में हिन्दुओं का नरसंहार करने वाले कट्टर इस्लामी सुल्तान के नाम पर खेल के मैदान का नाम रखना उचित नहीं है। इस खेल मैदान को महाराष्ट्र की ‘महा विकास अघाड़ी (MVA)’ सरकार में मंत्री टेक्सटाइल मंत्री असलम शेख ने बनवाया है।
मंत्री असलम शेख ने कहा कि पिछले 70 वर्षों से टीपू सुल्तान के नाम को लेकर कोई विवाद नहीं था, लेकिन आज भाजपा ने अपने ‘गुंडों’ को भेज कर देश को ‘बदनाम करने’ का काम किया है। उन्होंने कहा, “भाजपा परियोजनाओं के नामों को लेकर बखेड़ा खड़ा कर के देश को विकास से वंचित रख रही है। हमें नामकरणों को लेकर किसी भी विवाद में नहीं पड़ना है।” बता दें कि स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के बोर्ड और पोस्टरों में टीपू सुल्तान को ‘वीर’ कह कर भी सम्बोधित किया गया है।
There was no conflict on the name of Tipu Sultan in last 70 years, today BJP has sent its goons to defame the country & not let the country develop by creating ruckus over naming projects. We don’t need to get into controversy over nomenclatures: Maharashtra Minister Aslam Shaikh pic.twitter.com/UZmCAYD0Qt
— ANI (@ANI) January 26, 2022
मलाड के मालवणी में पहले से ही मुंबई पुलिस ने बड़ी संख्या में अपने कर्मियों की तैनाती बढ़ा दी थी। साथ ही कहा गया था कि ‘माहौल को भंग करने’ वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। भाजपा कार्यकर्ता भी इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
भाजपा नेता प्रतीक कार्पे ने इसके पीछे शिवसेना की चुप्पी पर सवाल उठाए, जिसके मुखिया उद्धव ठाकरे फ़िलहाल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं। लोगों ने पूछा कि टीपू सुल्तान को कौन सा खेल आता था जो उसके नाम पर खेल मैदान बन रहा है?
जबकि मंत्री और कॉन्ग्रेस नेता असलम शेख का कहना है कि टीपू सुल्तान स्वतंत्रता से पहले का एकमात्र योद्धा था, जिसने अंग्रेजों से लड़ते हुए अपनी जान को ‘कुर्बान’ कर दिया। उन्होंने पूछा कि भाजपा नाम पर ध्यान केंद्रित क्यों रख रही है, बजाए जनता के लिए विकास की बात करने के?
भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर ने इसे ‘छद्म सेक्युलरिज्म’ और ‘मुस्लिम तुष्टिकरण’ का एक उदाहरण बताते हुए कहा कि ये म्युनिसिपल गार्डन BMC (बृहन्मुम्बई महानगरपालिका) के अंतर्गत आता है, जिस पर शिवसेना की सत्ता है।
#LIVE | Another example of pseudo-secularism & appeasement; this municipal garden is under BMC which comes under Shiv Sena, they have to answer on this Congress decision to name a garden over Tipu Sultan: Rahul Narvekar, BJP MLAhttps://t.co/3AdouQWfxw pic.twitter.com/LEXXu5p6qm
— Republic (@republic) January 26, 2022
कई शिवसेना कार्यकर्ताओं ने भी मुंबई में इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स को टीपू सुल्तान के नाम पर रखने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि हिंदुत्व पर दूसरों को नसीहत देने वाले उद्धव ठाकरे अपने ही मंत्री के कृत्य पर चुप हैं।
उन्होंने टीपू सुल्तान को हजारों हिन्दुओं का हत्यारा बताते हुए कहा कि महाराष्ट्र की भूमि पर उसके नाम पर लोकार्पण को सीएम बर्दाश्त करेंगे? BMC में चुनाव भी होना है। असलम शेख मालवणी से ही विधायक भी हैं।
बता दें कि 1799 में श्रीरंगपट्टम स्थित टीपू सुल्तान के हरम में 601 महिलाएँ थीं। ये महिलाएँ सिर्फ टीपू सुल्तान की ही नहीं, बल्कि उसके अब्बा हैदर अली की भी थीं। इनमें से 333 महिलाएँ टीपू सुल्तान की थीं और 268 महिलाएँ उसके अब्बा हैदर अली की।
हैदर अली की मौत के बाद भी वो महिलाएँ उस हरम में थीं। ‘जनाना’ की रखवाली के लिए नपुंसकों/हिजड़ों (Eunuchus) को रखा गया था। इतिहास में इसका जिक्र है कि वो अपने राज्य की भी किसी भी लड़की को उठा कर वहाँ मँगवा लेता था, जिनमें से अधिकतर ब्राह्मणों की बेटियाँ थीं।