सोमवार (29 मार्च, 2021) को बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने वित्तीय वर्ष 2022-23 का बजट पारित किया। समिति ने ₹67.22 करोड़ का बजट पारित किया है। समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय की अध्यक्षता में ये बैठक संपन्न हुई। समिति के स्थायी कर्मचारियों को गोल्डन कार्ड पर कैशलेस इलाज की सुविधा देने का प्रस्ताव भी किया गया है।
बदरी-केदार मंदिर समिति की वार्षिक बैठक में केदारनाथ के द्वार पर बनने वाले लक्ष्मी नारायण सिंहासन के पुनर्निर्माण को भी मंजूरी दे दी गई है। करीब ₹80 लाख की लागत वाले इस सिंहासन को एक दानदाता ने बनवाने की पेशकश की है।
वार्षिक बैठक के बाद मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि अगले साल बदरी-केदार और अन्य अधीनस्थ मंदिरों की संचालन और रखरखाव प्रबंधन में ₹67.22 करोड़ खर्च किए जाने के बजट को मंजूरी दी गई है।
उन्होंने बताया कि केदारनाथ से ₹34.44 करोड़ और बदरीनाथ धाम से ₹32.78 करोड़ के चढ़ावे की आय अपेक्षित है। मंदिर समिति, धर्मशालाओं, स्कूल, अस्पतालों आदि का संचालन करती आई है। इन सेवा कार्यस्थलों पर सुविधाएँ बढ़ाई जा रही हैं।
अजेंद्र अजय ने बताया कि साल 2013 में केदार आपदा के दौरान केदारनाथ के पश्चिम प्रवेश द्वार पर बना लक्ष्मी नारायण जी का सिंहासन खंडित हो गया था। उस वक्त सिंहासन की मरम्मत कर दी गई थी। अब उस सिंहासन के स्थान पर नया चांदी का सिंहासन तैयार करवाया जा रहा है।
इसके लिए एक दानी परिवार को अनुमति दे दी गई है। इस सिंहासन पर ₹80 लाख से ज्यादा का खर्च आएगा। अजेंद्र अजय ने कहा कि बदरी-केदार धाम और अन्य धार्मिक स्थलों पर कोविड के बाद इस साल बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने के संदेश मिल रहे हैं। यात्रियों का ऋषिकेश में पंजीकरण होगा और उन्हें एक बैंड दिया जाएगा, जो उन्हें यात्रा को पूर्ण करवाने में मदद करेगा।