केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार (28 जनवरी, 2022) को गढ़वाल स्थित रुद्रप्रयाग में घर-घर जाकर प्रचार किया। प्रचार अभियान में अमित शाह ने लोगों से भाजपा को सत्ता में वापस लाने का आग्रह किया, ताकि ‘सुशासन’ सुनिश्चित किया जा सके और सभी बड़ी विकास परियोजनाओं को पूरा किया जा सके।
पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि यह बड़े गर्व की बात है कि देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले कई सैनिक उत्तराखंड से हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने रक्षा के लिए बजट में वृद्धि की थी और सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कई कदम उठाए थे, जिसे पिछली कॉन्ग्रेस सरकार ने नजरअंदाज कर दिया था।
शाह ने वादा किया कि अगर एक बार फिर उत्तराखंड में भाजपा की सरकार बनी, तो विकास का पहिया और आगे बढ़ेगा और उत्तराखंड का कायाकल्प हो जाएगा। भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार करने के लिए शुक्रवार को रुद्रप्रयाग पहुँचे शाह ने पार्टी के ‘डोर टू डोर’ कैंपेन में हिस्सा लेकर लोगों को भाजपा के प्रचार के परचे बाँटे।
अमित शाह ने सांकेतिक पदयात्रा करते हुए जनसंपर्क किया। इसके बाद शाह ने विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाली महिलाओं को ‘मातृ शक्ति’ के रूप में सम्मानित किया। इस दौरान अमित शाह ने पूर्व सैनिकों से मुलाकात की। कुछ भाजपा कार्यकर्ताओं से भेंट करते हुए चमोली, पौड़ी और रुद्रप्रयाग ज़िलों की विधानसभाओं के भाजपा कार्यकर्ताओं को वर्चुअल संबोधन भी दिया।
देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत को याद करते हुए शाह ने कहा, “जनरल रावत ने एक शुरुआत की थी। सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण की योजना बनाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसे लागू कर रहे हैं।”
उल्लेखनीय है की जनरल बिपिन रावत उत्तराखंड के थे और पिछले साल 8 दिसंबर को एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनकी पत्नी और 12 अन्य लोगों के साथ निधन हो गया था।
अमित शाह ने कहा कि “ये मोदी ही थे जिन्होंने 2014 में सत्ता में आने के बाद 1972 से लंबित पूर्व सैनिकों की ‘वन रैंक-वन पेंशन’ की माँग को पूरा किया और लगभग 20 लाख सैनिकों को इस योजना का लाभ मिल रहा है।”
उन्होंने कहा, “ड्यूटी पर शहीद हुए उत्तराखंड के 1,734 सैनिकों के घरों से एकत्रित मिट्टी से देहरादून में सैनिक धाम बनाया जा रहा है। यह हमारे बहादुर सैनिकों की वीरता, समर्पण और बलिदान को हमारी सरकार की श्रद्धांजलि है।”