रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन के दो पृथकतावादी क्षेत्रों को मान्यता दे दी है। ये घोषणा राष्ट्र को संबोधित करते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने की है जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है।

राष्ट्रीय टेलीविजन पर दिए संदेश में पुतिन ने कहा कि यूक्रेन का एक असल राष्ट्र होने का कोई इतिहास नहीं है। उन्होंने यूक्रेन की निंदा करते हुए स्पष्ट शब्दों में कहा कि वहाँ एक कठपुतली शासन है और यूक्रेन अमेरिकी उपनिवेश बन चुका है। पुतिन ने दावा किया कि यूक्रेन का वर्तमान और आधुनिक स्वरूप रूस का बनाया हुआ है।

राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के दो पृथकतावादी क्षेत्रों, पीपल्स रिपब्लिक ऑफ दोनेत्स्क और लुहांस्क को मान्यता दे दी है। रूस के राष्ट्रपति ने सोमवार रात राष्ट्र को संबोधित करते हुए एक आदेश-पत्र पर हस्ताक्षर किए। इस आदेश-पत्र के अनुसार, रूस की सेनाएँ लुहांस्क और दोनेत्स्क में शांति कायम करने का काम करेंगी।

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‘रूस को लूटा गया, हमारी भाषा को हाशिए पर डाल दिया’

पुतिन ने अपने संबोधन में कहा,

“1991 में सोवियत संघ के पतन ने रूस को लूट लिया, वास्तव में कठिन स्थिति में डाल दिया। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा यूक्रेन बँटा हुआ है। वहाँ रूसी भाषा को हाशिए पर डाल दिया गया है। यूक्रेन स्थिरता प्राप्त करने में सक्षम नहीं है, इसीलिए उसे अमेरिका जैसी विदेशी ताकतों पर निर्भर रहना पड़ा।”

ये प्रक्रिया 1917 की क्रांति के तुरंत बाद शुरू हुई थी। बोल्शेविक की नीति के कारण सोवियत यूक्रेन का उदय हुआ, जिसे आज भी ‘व्लादिमीर इलिच लेनिन का यूक्रेन’ कहा जाता है। वह इसके वास्तुकार हैं जिसकी पुष्टि दस्तावेज भी करते हैं।

व्लादिमीर पुतिन ने कहा, “अब यूक्रेन में लेनिन के स्मारकों को ध्वस्त कर दिया गया, इसे वे डीकम्युनाइजेशन कहते हैं। क्या आप डीकम्युनाइजेशन चाहते हैं? यह अनावश्यक है। हम यूक्रेन को ये दिखाने के लिए तैयार हैं कि वास्तविक डीकम्युनाइजेशन का क्या मतलब होता है।”

हालाँकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने मंगलवार सुबह अपने संबोधन में कहा कि रूस की कार्रवाई यूक्रेन की अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन अपने अंतरराष्ट्रीय सहयोगी देशों के समर्थन और प्रभावी क़दम को लेकर पूरी उम्मीद रखता है।

एशिया के शेयर बाजार में दिखने लगा असर

दोनेत्स्क और लुहांस्क को रूस द्वारा स्वतंत्र क्षेत्र घोषित किए जाने का असर शेयर बाजार तक भी पहुँच गया है। बताया जा रहा है कि एशियाई शेयर बाज़ार में भारी गिरावट आई है जिसके चलते एक बार फिर से मंदी से उबरती अर्थव्यवस्थाओं को झटका लगने की संभावना है।

कई देशों ने यूक्रेन की अपनी फ्लाईट फिलहाल प्रतिबंधित कर दी हैं। भारत ने भी अपने विमान यूक्रेन में मौजूद भारतीयों को लाने के लिए रवाना कर दी हैं।

पुतिन की इस घोषणा के मद्देनज़र संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक हो रही है। यूक्रेन में हो रहे ताज़ा घटनाक्रम पर ब्रिटेन ने भी पुतिन की निंदा की है और चीन ने भी सभी राष्ट्रों से संयम बरतने की अपील की है।

यूक्रेन में रूस के ताज़ा क़दम के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक चल रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिका रूस पर मंगलवार से प्रतिबंध आरोपित कर सकता है।

नेटो ने रूस के इस कदम की निंदा करते हुए कहा है कि इस से क्षेत्र की शांति एवं सुरक्षा प्रभावित होगी। यूक्रेन को नेटो (NATO) में शामिल करने की बात का उल्लेख करते हुए उन्होंने इसे रूस की सुरक्षा को सीधे तौर पर ख़तरा पहुँचाने के क़दम के तौर पर परिभाषित किया। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में पुतिन ने कहा कि नेटो ने रूस की सुरक्षा चिंताओं की अनदेखी की है।

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