NIA कोर्ट ने लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के संस्थापक हाफिज सईद, हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख सैयद सलाहुद्दीन, यासीन मलिक, शब्बीर शाह, मसरत आलम सहित 15 कश्मीरी कट्टरपंथी आतंकियों के खिलाफ UAPA की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप तय करने का आदेश दिया है।

जस्टिस परवीन सिंह ने इसे सुनियोजित साज़िश बताते हुए कहा कि इनका मक़सद कश्मीर को भारत से अलग करना था। इस साज़िश में पाकिस्तानी एजेंसी ISI के लोग शामिल थे।

https://twitter.com/thelaatanews/status/1505037967760699392

जस्टिस सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से मिलने वाली आर्थिक मदद के ज़रिए कश्मीर में रक्तपात, हिंसा और तबाही मचाना मक़सद था और इसे ‘गाँधीवादी प्रदर्शन’ नाम दिया गया।

यासीन मलिक जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (Jammu-Kashmir Liberation Front) का मुखिया भी है, जिस पर भारतीय वायुसेना के 4 कर्मियों की हत्या के आरोप में भी केस चल रहा है।

अपनी टिप्पणी जोड़ें
Share.

दी लाटा का एकमात्र उद्देश्य समाचार, विश्लेषण एवं संस्मरणों के माध्यम से भारत की बात कहना है।

Exit mobile version